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RC Full Form In Hindi

RC Full Form In Hindi

दोस्तों आज के इस आर्टिकल मैं हम यह जानेंगे की RC क्या होता है तथा RC Full Form In Hindi क्या होती है। दोस्तों जब आपने बाइक या कार ली होगी तो आपने उसकी RC जरूर बनवायी होगी। जब भी आप कोई नया वाहन या गाड़ी लेते है तो आपको RC जरूर बनवानी पड़ती है।

आज के इस आर्टिकल मैं हम RC के बारे मैं जानेंगे | RC की फुल फॉर्म को समझने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़िएगा।

RC Full Form In Hindi

आर सी (RC) का फॉर्म रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट होता है | हिंदी में ऐसे पंजीकरण प्रमाणपत्र कहते हैं यह वाहन से संबंधित बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है | आरसी (RC) जिसे वाहन पंजीकरण प्रमाण पत्र भी कहते हैं इसमें वाहन के मालिक से संबंधित सारी महत्वपूर्ण जानकारियां सम्मिलित होती है तथा वाहन की तकनीकी जानकारियां होती है |

आरसी (RC) एक ऑफिशल डॉक्युमेंट होता है जिसमें वाहन की तमाम जानकारी दी गई होती है | आरसी (RC) की मदद से आप बता सकते हैं की वाहन किसके नाम पर पंजीकृत है | आरसी (RC) में वाहन का चेसिस नंबर भी होता है जो हर गाड़ी मैं अलग अलग होता है | इसमें भाग लेने वाले व्यक्ति का एड्रेस भी रजिस्टर होता है | इतनी सारी जानकारियां आरसी (RC) डॉक्यूमेंट को काफी महत्वपूर्ण बना देती है |

बिना आरसी (RC) के किसी भी वाहन को चलाना गैर कानूनी अपराध होता है तथा पकड़े जाने पर इसमें आपको जुर्माना भी देना पड़ सकता है | बिना आरसी (RC) के वाहन चलाने पर जेल होने की संभावना भी रहती है | अगर आपकी गाड़ी या वाहन चोरी हो गया है तो उसे आरसी (RC) की मदद से ढूंढा जा सकता है | दोस्तों अभी तक हमने आपको आरसी (RC) की फुल फॉर्म के बारे में बता दिया है अब आगे हम इसके बारे में और अच्छे से जानेंगे |

आरसी (RC) क्या होता है ?

आरसी (RC) को हिंदी में पंजीकरण प्रमाणपत्र कहते हैं यह गाड़ी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट होता है जिसमें गाड़ी के मालिक का नाम तथा गाड़ी की महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध होती है | आरसी (RC) में उपस्थित व्हीकल नंबर के द्वारा आप गाडी से सम्बंधित तमाम जानकारियां पता कर सकते हैं | इसके अलावा अपने नए वाहन की जानकारी आप एक एप्लीकेशन नंबर के द्वारा पता कर सकते हैं |

आप यह भी पता लगा सकते हैं कि यह वाहन किस आरटीओ (Regional Transport Office) द्वारा पंजीकृत हुआ है |

आरसी (RC) बनवाने के लिए आपको अपने वाहन को आरटीओ में पंजीकृत कराना होता है इसके 1 महीने के बाद वह आपको आरसी (RC) प्रदान करते हैं |

आरसी (RC) में वाहन मालिक के संबंधित क्या-क्या जानकारी होती है

आरसी (RC) किसी भी गाड़ी के लिए एक महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट होता है इस डॉक्यूमेंट में मालिक व गाड़ी से संबंधित काफी सारी जानकारियां उपलब्ध होती है आरती में उपस्थित कुछ निम्नलिखित जानकारियां इस प्रकार है :

रजिस्ट्रेशन नंबर

जब हम किसी गाड़ी को आरटीओ में रजिस्टर करवाने जाते हैं तो वहां से हमें एक नंबर मिलता है उसी नंबर को रजिस्ट्रेशन नंबर या वहीकल नंबर कहते हैं |

किसी गाड़ी या बाइक में जो नंबर होता है वही उस गाड़ी या बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर होता है जो बहुत ही महत्वपूर्ण होता है |

रजिस्ट्रेशन डेट

रजिस्ट्रेशन डेट उस तारीख को कहते हैं जिस दिन आप आरटीओ में अपनी गाडी या बाईक को रजिस्टर करवाते हैं | जिस तारीख को आपकी बाइक या गाड़ी आरटीओ में रजिस्टर्ड की गई होगी |

चेसिस नंबर

चेसिस नंबर आपकी गाड़ी का महत्वपूर्ण ढांचा होता है इसके ही ऊपर आपकी बाइक बनी होती है | चेसिस नंबर कंपनी के द्वारा दिया जाता है तथा एवं हर गाड़ी के लिए अलग-अलग होता है | चेचिस नंबर से किसी भी गाड़ी को आसानी से पहचाना जा सकता है |

इंजन नंबर

इंजन नंबर भी चेचिस नंबर की तरह ही होता है यह भी कंपनी द्वारा प्रदान किया जाता है | यह कंपनी द्वारा इंजन में डाला जाता है ताकि हर इंजन को पहचाना जा सके |

वहीकल क्लास

वहीकल क्लास आपको यह पता करने में मदद करता है कि गाड़ी 2 व्हीलर है या 4 व्हीलर | वहीकल क्लास गाड़ी के क्लास को बताने के काम आता है कि ये कौन सा वहीकल है | वहीकल क्लास से आपको पता लगता है कि यह वाहन कार है या बाइक |

फ्यूल टाइप

फ्यूल टाइप से आपको यह पता लगता है गाड़ी किस फ्यूल के द्वारा चलती है गाड़ी पेट्रोल का यूज करती है डीजल का यूज करती है या फिर गैस का यूज़ करती है | अगर गाड़ी इलेक्ट्रिसिटी से चलती है तो वह भी आपको फ्यूल टाइप से पता चल जाएगा |

मॉडल

मॉडल से आपको यह पता लगता है कि यह वाहन किस कंपनी के द्वारा बनी है तथा इस वाहन का मॉडल क्या है बाइक या कार के मॉडल से संबंधित सभी जानकारियां इसमें सम्मिलित होती है |

ओनर नेम

ओनर नाम से आपको यह पता लगता है कि गाड़ी या वाहन किसके नाम पर रजिस्टर है | इसे आपको यह पता लगता है कि इस गाड़ी का असली मालिक कौन है | उसका क्या नाम है |

फिटनेस

फिटनेस में गाड़ी के चलने की अवधि बताई गई होती है | ऐसे तो गाड़ी की कानूनी उम्र 15 साल होती है उसके बाद फिर से फिटनेस टेस्ट करवा के रीरजिस्टर करवाना होता है |

इंश्योरेंस

इंश्योरेंस के द्वारा वाहन या गाड़ी के इंश्योरेंस की समय अवधि का पता लगा सकते हैं | आजकल किसी भी वाहन को खरीदते वक्त 5 साल का इंश्योरेंस करवाना अनिवार्य होता है |

फ्यूल नॉर्मस

फ्यूल नॉर्मस में वाहन के फ्यूल नॉर्मस की जानकारी प्रदान होती है |

आरसी (RC) ऑफिशियल वेबसाइट से कैसे देखते हैं ?

अपनी गाड़ी या वाहन की आरसी (RC) ऑनलाइन वेबसाइट से देखना काफी आसान होता है इसके लिए आपको सिर्फ निम्नलिखित चरणों का पालन करना है |

मोबाइल से आरसी (RC) कैसे डाउनलोड करें

मोबाइल से आरसी डाउनलोड करने के लिए आपको निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करने की जरूरत है:

आरसी (RC) और डीएल क्या होता है ?

आरसी (RC) के बारे में काफी कुछ हम आपको पहले ही बता चुके हैं आरसी (RC) रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट होता है जिसे हिंदी में पंजीकरण प्रमाण पत्र कहते हैं | डीएल का मतलब ड्राइविंग लाइसेंस होता है | किसी भी गाड़ी को चलाने के लिए आपको डीएल की जरूरत होती है | बिना डीएल के गाड़ी चलाने पर पुलिस जुर्माना भी कर सकती है |

आरसी (RC) नंबर कैसे पता करें

अपना आरसी नंबर पता करना अभी ज्यादा आसान होता है आप एक एसएमएस के द्वारा अपना आरसी नंबर पता कर सकते हैं | आरसी नंबर पता करने के लिए कुछ स्टेप्स निम्नलिखित प्रकार है:

बिना आरसी (RC) के बाइक बेचना संभव है

दोस्तों अगर कोई व्यक्ति बिना आरसी के आपकी बाइक लेना चाहता है तो हां यह संभव है आप बिना आरसी के उस व्यक्ति को बाइक बेच सकते हैं | परंतु आरटीओ में जाकर आपको उसका स्थानांतरण कराना जरूरी होता है |

टू व्हीलर की आरसी (RC) कैसे प्राप्त करें

टू व्हीलर की आरसी प्राप्त करना बहुत ही आसान है इसके लिए आप निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं :

क्या वर्चुअल RC को वैध माना जाता है ?

कोई भी वाहन चालक डिजिलॉकर व AMPARIVAHAN अप्प के दवारा अपने RC की सॉफ्ट कॉपी को दिखा सकता है। क़ानूनी सुचना के प्रोधोगिकी के अधिनियम 2000 के अंतर्गत इसको वैध माना गया है।

डुप्लीकेट RC बुक के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया |

डुप्लीकेट RC कैसे बनवाते है यह निम्नलिखित स्टेप्स मैं बताया गया है :

क्या RC ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते है ?

RC को ऑनलाइन ट्रांसफर करने के लिए आपको सरकारी वेबसाइट PARIVAHAN.GOV.IN पर जाना होगा। वह अकाउंट बना कर आपको सभी डिटेल्स भरनी होगी। RC ऑनलाइन ट्रांसफर करने से पहले आपको 525 रुपये का ऑनलाइन फीस देनी होती है।

इसके बाद आपको फॉर्म को डाउनलोड करके अपने नजदीकी RTO मैं जमा करवाना होता है।

RC ट्रांसफर की प्रक्रिया

RC ट्रांसफर प्रक्रिया के स्टेप्स निम्नलिखित प्रकार होते है।

RC स्मार्ट कार्ड क्या होता है ?

RC स्मार्ट कार्ड एक पंजीकृत प्रमाण पत्र होता है। यह डॉक्यूमेंट यह सुनिश्चित करता है की वाहन स्थानीय RTO द्वारा पंजीकृत है या नहीं। इसमें पंजीकृत संख्या व महत्वपूर्ण जानकारिया होती है।

वाहन से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारिया RC स्मार्ट कार्ड मैं होती है।

दोस्तों मुझे उम्मीद है इस आर्टिकल के द्वारा आप RC को अच्छे से समझ पाए होंगे अगर आपका RC को लेकर कोई प्रश्न या सुझाव है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है। अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों व फॅमिली मेंबर्स के साथ जरूर शेयर कीजिएगा।

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